श्याम सुंदर दुबे
सर्जनात्मक एवं आलोचनात्मक लेखन के क्षेत्र में कार्यरत लोक-मानस के मर्मज्ञ लेखक डॉ. श्याम सुंदर दुबे एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर के तौर पर मौजूदगी दर्ज कराते हैं। डॉ. श्याम सुंदर दुबे का जन्म 12 दिसम्बर, 1944 को हुआ।
कार्यक्षेत्र
ललित निबंध, कविता, कथा, उपन्यास, नवगीत, समीक्षा, आलोचना इनके अध्ययन एवं रचनाकर्म की प्रमुख विधाएँ हैं। डॉ. दुबे के लेखन में लोक-परंपरा अपनी सामाजिक और सांस्कृतिक छवियों की अंतरंगता के साथ जुड़ी है। इनके ललित निबंधों और कविताओं में लोक का प्रांजल संसार बोलता है। सभी प्रमुख विधाओं में अब तक डॉ. दुबे की तीस पुस्तकें प्रकाशित हैं। आपने सर्जनात्मक कार्य पर अनेक शोध कार्य भी संपन्न हो चुके हैं।
सम्मान एवं पुरस्कार
डॉ. दुबे को उनके साहित्यिक अवदान के लिए मध्य प्रदेश साहित्य अकादेमी ने बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ एवं आचार्य नंददुलारे वाजपेयी पुरस्कार से सम्मानित किया है। इसके अतिरिक्त इन्हें अखिल भारतीय डॉ. शंभुनाथ सिंह नवगीत पुरस्कार, छत्तीसगढ़ का सृजन सम्मान एवं श्रेष्ठ कला आचार्य सम्मान प्राप्त है। डॉ. श्याम सुंदर दुबे को उनकी विशिष्ट साहित्यिक सेवाओं के लिए सुब्रह्मण्य भारती पुरस्कार से पुरस्कृत करते हुए 'केंद्रीय हिंदी संस्थान' अपार हर्ष का अनुभव कर रहा है।
संपर्क
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