पोस्ट एम.ए. अनुप्रयुक्त हिंदी भाषाविज्ञान डिप्लोमा
दिल्ली केंद्र के तत्कालीन क्षेत्रीय निदेशक ( स्व.) रवींद्रनाथ श्रीवास्तव ने 1974-75 में पोस्ट एम.ए. अनूप्रयुक्त भाषा विज्ञान डिप्लोमा नामक एक सांयकालीन पाठ्यक्रम का शुभारंभ किया था। यद्यापि इस पाठ्यक्रम को चलाने के लिए स्टाफ या बजट का प्रावधान नहीं था, फिर भी अध्यापकों ने अतिरिक्त समय देकर इसे चलाने का संकल्प किया। यह पाठ्यक्रम स्व-वित्तीय आधार पर प्रारंभ किया गया था और कई वर्षों तक इसी प्रकार स्वत: प्रेरित कार्यक्रम के रूप में चलता रहा। यह पाठ्यक्रम आज तक दिल्ली केंद्र में नियमित रूप से चल रहा है। पिछले 34 वर्षों में इस पाठ्यक्रम में दिल्ली तथा आस-पास के क्षेत्रों के अनेक प्रतिभागी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं और कर रहे हैं।
प्रवेश के सामान्य निर्देश
प्रवेश योग्यताएँ
प्रवेश के लिए आवेदन-पत्र कार्यालय से माह जून, जुलाई में प्राप्त किए जा सकते हैं। आवेदन-पत्र के साथ उत्तीर्ण परीक्षाओं की अंकतालिकाओं और प्रमाण-पत्रों की प्रतिलिपियाँ लगाना आवश्यक है। पाठ्यक्रमों में प्रवेश के समय मूल प्रमाण-पत्रों को कार्यालय में दिखाना अनिवार्य है। प्रवेश पत्र पर प्रवेश परीक्षा, साक्षात्कार की तारीख, समय और स्थान आदि दिये गये हैं। इसके लिए अलग से सूचना नहीं भेजी जाएगी। प्रवेश परीक्षा तथा साक्षात्कार में सम्मिलित होने के लिए प्रवेश पत्र दिखाना अनिवार्य है। आवेदन-पत्र के साथ अनापत्ति संलग्न न होने पर पाठ्यक्रम में प्रवेश लेते समय अनापत्ति पत्र प्रस्तुत करना होगा। शैक्षिक रिकार्ड, प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर प्रवेशार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार में सम्मिलित होने के लिए किसी प्रकार का मार्ग व्यय नहीं दिया जाएगा।
प्रवेश की न्यूनतम योग्यताएँ
किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर (एम.ए./एम.एस.सी. आदि) या उसके समकक्ष उपाधि तथा स्नातक स्तर पर हिदीं का एक विषय के रूप में अथवा स्नातक स्तर तक हिंदी माध्यम से अध्ययन।
पाठ्यक्रम की अवधि और शुल्क विवरण
पाठ्यक्रम की अवधि एक शैक्षिक वर्ष जुलाई - अगस्त से मई - जून है।
1. | प्रवेश शुल्क | रु. 500.00 |
2. | नामांकन शुल्क | रु. 200.00 |
3. | शिक्षण शुल्क | रु. 3000.00 |
4. | व्यवहारिक कार्य | - |
5. | परीक्षा शुल्क | रु. 500.00 |
6. | अन्य शैक्षिक गतिविधियाँ | रु. 800.00 |
7. | पुस्तकालय प्रतिभूति | रु. 500.00 |
योग | रु. 5,500.00(रु. 500.00 प्रतिदेय ) |
वार्षिक परीक्षा
परीक्षा शुल्क प्रवेश के समय ही देय होगा। वार्षिक परीक्षा आरंम्भ होने से एक दिन पहले पुस्तकालय की सभी पुस्तकें लौटाकर बेबाकी प्रमाण-पत्र प्राप्त करना अनिवार्य होगा। पाठ्यक्रमों में 70% उपस्थिति अनिवार्य है। विशेष परिस्थिति में 10 प्रतिशत की छूट दी जा सकती है। वार्षिक परीक्षा मई माह में होगी। निश्चित तिथियाँ बाद में निर्धारित होंगी)
विशेष
- अनुसूचित जाति /जनजाति / पिछड़े वर्गो के लिए 25 प्रतिशत सीटे आरक्षित होंगी। यदि एस. सी. /एस. टी. /ओ. बी.सी. के छात्र प्रवेश योग्यता पूर्ण नहीं करते है। तो उन आरक्षित स्थानों को सामान्य वर्ग से भरा जायेगा।
- एस. टी. /एस. टी. /ओ. बी.सी. के छात्रों के प्रवेश चयन में कुल 10 प्रतिशत अंको की छूट दी जायेगी।
- एस.सी./एस.टी./ओ.बी.सी. के छात्रों को केवल शिक्षण शुल्क में 50% की छूट दी जाएगी।
- शुल्क जमा करा देने के पश्चात् उसे किसी भी परिस्थिति में लौटाया नहीं जाएगा।
विशेष टिप्पणी
- अनुशासनहीन आचरण के लिए विद्यार्थी को दंडित किया जाएगा और प्रवेश रद्द किया जाएगा।
पाठ्यक्रम की रुपरेखा
- इस पाठ्यक्रम में चार प्रश्न-पत्र होंगे।
प्रश्न-पत्र 1 | अनुवाद का भाषावैज्ञानिक संदर्भ | 100 अंक |
प्रश्न-पत्र 2 | अनुवाद का सैद्धांतिक संदर्भ | 100 अंक |
प्रश्न-पत्र 3 | व्यतिरेकी विश्लेषण एवं अनुवाद -(अंग्रेजी-हिंदी) | 100 अंक |
प्रश्न-पत्र 4 | सत्रीय अभ्यास तथा अनुवाद परियोजना | 100 अंक |
नोट:- प्रश्न-पत्र 4 सत्रीय तथा परियोजना कार्य का है। जिसमें क्रमश: आंतरिक तथा बाहय मूल्यांकन होगा। इस प्रकार पूरी परीक्षा 400 अंकों की होगी।
सांध्यकालीन परास्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम
उद्देश्य
- भाषा विज्ञान तथा अनुप्रयोग की भूमिका पर अनुवाद सिद्धांत का परिचय देना।
- अनुवाद कार्य तथा अनुवाद समीक्षा का अनुवाद सिद्धांत के अनुप्रयोग के संदर्भ में अध्ययन कराना।
- सेवा माध्यम के रूप में तथा माध्यम परिवर्तन के संदर्भ में हिंदी के व्यवहार की अनुवाद समर्थित क्षमता का विकास कराना।
पाठ्यक्रम
- अनुवाद सिद्धांत एवं व्यवहार डिप्लोमा
- जनसंचार एवं पत्रकारिता डिप्लोमा
- अनुप्रयुक्त हिंदी भाषाविज्ञान डिप्लोमा
- हिंदी रोज़गार परियोजना
पोस्ट एम.ए. जनसंचार एवं पत्रकारिता डिप्लोमा
जनसंचार एवं पत्रकारिता का क्षेत्र हिंदी के प्रयोजनमूलक पक्ष का एक महत्वपूर्ण स्वरूप है। केद्रीय हिंदी संस्थान के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग का एक प्रमुख दायित्व हिंदी के इस विशिष्ट स्वरूप को मानक रूप देना तथा मीडिया और समस्त हिंदी भाषी समाज के बीच एक सार्थक सेतु उपस्थित करना है।
विशिष्ट उद्देश्य
- इस विभाग का एक मुख्य उद्देश्य छात्रों को मीडिया की आधुनिकतम तकनीक में प्रशिक्षित करने के साथ ही उन्हें व्यावहारिक क्षेत्र में कुशल बनाना भी है।
- छात्रों को विषयक्षेत्र की अब तक उपलब्ध आधुनिकतम तकनीक से परिचित कराने के साथ ही इस दिशा में विशिष्ट प्रशिक्षण प्रदान करना ।
- विषय- क्षेत्र में महत्वपूर्ण व्यावहारिक प्रयोजनमूलक ज्ञान प्रदान करना एवं प्रशिक्षण के साथ ही उनको अपने विशेषता क्षेत्र में सक्षम कार्य करने में पूर्ण समर्थ बनाना।
- रोजगार परक सेल की स्थापना करना।
इसके माध्यम से प्रतिभा संपन्न छात्रों को मीडिया के प्रतिष्ठानों में सेवा के अवसर प्रदान कराना। संस्थान ने विषय क्षेत्र से संबद्ध विशिष्ट विद्वानों एवं विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में इस पाठ्यक्रम को सर्वांगीण एवं स्वत: पूर्ण बनाने का प्रयास किया है। और इस दिशा में सतत् प्रयासरत है।
प्रवेश के सामान्य निर्देश
प्रवेश के लिए आवेदन-पत्र कार्यालय से माह जून जुलाई में प्राप्त किय जा सकते है। आवेदन-पत्र के साथ उत्तीर्ण परीक्षाओं की अंकतालिकाओं और प्रमाण-पत्रों की प्रतिलिपियाँ लगाना आवश्यक है। पाठ्यक्रमों में प्रवेश के समय मूल, प्रमाण -पत्रों को कार्यालय में दिखाना अनिवार्य है। इसके लिए अलग से सूचना नहीं भेजी जाएगी। प्रवेश परीक्षा तथा साक्षात्कार में सम्मिलित होने के लिए प्रवेश पत्र दिखाना अनिवार्य है। प्रवेश पत्र के साथ अनापत्ति संलग्न न होने पर पाठ्यक्रम में प्रवेश लेते समय अनापत्ति पत्र प्रस्तुत करना होगा। शैक्षिक रिकार्ड, प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर प्रवेशार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार में सम्मिलित होने के लिए किसी प्रकार का मार्ग व्यय नहीं दिया जाएगा।
प्रवेश की न्यूनतम योग्यताएँ
किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर (एम.ए./एम.एस.सी.आदि) या उसके समकक्ष उपाधि तथा स्नातक स्तर पर हिंदी का एक विषय के रुप् में अथवा स्नातक स्तर हिंदी माध्यम से अध्ययन।
पाठ्यक्रम की अवधि तथा शुल्क
- पाठ्यक्रम की अवधि एक शैक्षिक वर्ष -जुलाई-अगस्त से मई-जून है।
1. | प्रवेश शुल्क | 500.00 |
2. | नामांकन शुल्क | 200.00 |
3. | शिक्षण शुल्क | 6000.00 |
4. | व्यवहारिक कार्य | 1,500.00 |
5. | परीक्षा शुल्क | 1,500.00 |
6. | अन्य शैक्षिक गतिविधियाँ | 800.00 |
7. | पुस्तकालय प्रतिभूति | 500.00 |
योग | 10,500.00 (रु0 500.00 प्रतिदेय) |
वार्षिक परीक्षा
परीक्षा शुल्क प्रवेश के समय ही देय होगा। वार्षिक परीक्षा आंरम्भ होने से एक दिन पहले पुस्तकालय की सभी पुस्तकें लौटाकर बेबाकी प्रमाण-पत्र प्राप्त करना अनिवार्य होगा। पाठ्यक्रमों में 70% उपस्थिति अनिवार्य है। विशेष परिस्थिति में 10 प्रतिशत की छूट दी जा सकती है। वार्षिक परीक्षा मई माह में होंगी। (निश्चित तिथियाँ बाद में निर्धारित होंगी।)
विशेष
- अनुसूचित जाति/जनजाति /पिछड़े वर्गो के लिए 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित होंगी। यदि एस. सी./ओ.बी.सी. के छात्र प्रवेश योग्यता पूर्ण नहीं करते हैं तो उन आरक्षित स्थानों को सामान्य वर्ग से भरा जाएगा।
- एस. सी./ओ.बी.सी. के छात्रों के प्रवेश चयन में कुल 10 प्रतिशत अंकों की छूट दी जाएगी।
- एस. सी./ओ.बी.सी. के छात्रों को केवल शिक्षण शुल्क में 50% की छूट दी जाएगी।
- शुल्क जमा करा देने के पश्चात उसे किसी भी परिस्थिति में लौटाया नहीं जाएगा।
विशेष टिप्पणी
- अनुशासनहीन आचरण के लिए विद्यार्थी को दंडित किया जाएगा और प्रवेश रद्द किया जाएगा। इस पाठ्यक्रम में (8) प्रश्न-पत्र होंगे।
प्रश्न-पत्र 1 | जनसंचार के सिद्धांन्त | 100 अंक |
प्रश्न-पत्र 2 | भारत में प्रेस का विकास | 100 अंक |
प्रश्न-पत्र 3 | समाचार संकलन, लेखन, संपादन | 100 अंक |
प्रश्न-पत्र 4 | जनसंचार माध्यमों की सामाजिक भूमिका | 100 अंक |
प्रश्न-पत्र 5 | हिंदी और उसके प्रयोजनमूलक आयाम | 100 अंक |
प्रश्न-पत्र 6 | जनसंपर्क एवं विज्ञापन | 100 अंक |
प्रश्न-पत्र 7 | प्रसारण माध्यम | 100 अंक |
प्रश्न-पत्र 8 | प्रायोगिक एवं मौखिक | 100 अंक |
- इस प्रकार पूरी परीक्षा 800 अंक की होगी।
स्नातकोत्तर हिंदी डिप्लोमा
- हिंदी शिक्षण और सामग्री निर्माण
- सामान्य भाषाविज्ञान और हिंदी भाषा
- पाठावली: (गद्य और पद्य)
- प्रेमचंद: एक विशेष अध्ययन
- शोध सिद्धांत और प्रविधि
- वैकल्पिक विषय:
- (क) संप्रेषण कला
- (ख) अनुवाद: सिद्धांत और व्यवहार
- (ग) भारतीय संस्कृति एवं दर्शन
- लघुशोध प्रबंध और मौखिकी