सिजगुरुमयुम कुलचंद शर्मा
श्री सिजगुरुमयुम कुलचंद शर्मा का जन्म 20 फरवरी, 1926 को हुआ। श्री सिजगुरुमयुम कुलचंद शर्मा का नाम मणिपुर के हिंदी सेवियों में अग्रणी है। श्री शर्मा हिंदी और संस्कृत में विशिष्ट रुचि के कारण प्राथमिक कक्षाओं से ही इनके अध्ययन से जुड़ गये। इन्होंने ‘हिंदी शिक्षण कला प्रवीण’, ‘भारतीय हिंदी पारंगत’ और ‘हिंदी शिक्षण पारंगत’ की उपाधियाँ प्राप्त कर मणिपुर के सुदूर और पिछड़े इलाकों में दीर्घ समय तक हिंदी का अध्यापन और प्रचार-प्रसार किया।
कार्यक्षेत्र
मणिपुर में हिंदी के प्रचार की आवश्यकता और कार्यकर्ताओं के घोर अभाव के दिनों में श्री शर्मा ने वहॉं हिंदी के प्रचार-प्रसार का दायित्व निभाया। मणिपुर हिंदी प्रचार सभा, इंफाल और मणिपुर राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, इंफाल के अतिरिक्त श्री शर्मा असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिति और राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा से भी संबद्ध रहे हैं। मणिपुर में हिंदी पत्रकारिता और हिंदी साहित्य–लेखन के क्षेत्र में इनका उल्लेखनीय योगदान है।
सम्मान एवं पुरस्कार
अप्रतिम हिंदी सेवा के लिए इन्हें ‘हिंदी सेवक श्री’ और ‘विशिष्ट हिंदी प्रचारक सम्मान’ से सम्मानित किया जा चुका है। वरिष्ठ हिंदी सेवी श्री सिजगुरुमयुम कुलचंद शर्मा को गंगाशरण सिंह पुरस्कार से पुरस्कृत करते हुए केंद्रीय हिंदी संस्थान स्वयं को गौरवान्वित अनुभव करता है।
संपर्क
ब्रह्मपुर नहाबम पुरितमयुम लैरक,
इंफाल-795001 (मणिपुर)
फोन : 09856653947, 09774041721
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