सूचना का अधिकार अध्याय-1
केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा 1961 ई. में संस्थापित स्वायत्त संगठन केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल द्वारा संचालित एक स्वायत्तशासी अखिल भारतीय राष्ट्रीय स्तर की शैक्षिक संस्था है। संस्थान का मुख्यालय आगरा में स्थित है। इसके आठ केंद्र दिल्ली, हैदराबाद, गुवाहाटी, शिलांग, दीमापुर, मैसूर, भुवनेश्वर तथा अहमदाबाद में सक्रिय हैं।
केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल के प्रमुख कार्य-
- (अ) भारतीय संविधान के उल्लेखित अनुच्छेद 351 के अनुपालन में अखिल भारतीय भाषा के रूप में हिंदी का विकास करते हुए ऐसे पाठ्यक्रम प्रस्तुत, संचालित एवं उपलब्ध कराना जो इस भाषा के विकास ओर प्रसार की दृष्टि से उपयोगी हों।
- (ब) विभिन्न स्तर पर हिंदी शिक्षण की गुणवत्ता सुधारना, हिंदी शिक्षकों को प्रशिक्षित करना, हिंदी भाषा और साहित्य के उच्चतर अध्ययलन का प्रबंध करना तथा हिंदी के साथ विभिन्न भारतीय भाषाओं के तुलनात्मक भाषावैज्ञानिक अध्ययन को प्रोत्साहित करना और हिंदी भाषा एवं शिक्षण विषयक विविध अनुसंधान कार्यों का आयोजन करना।
- (ग) विद्यार्थियों के रहने के लिए छात्रावासों का निर्माण, निरीक्षण एवं नियंत्रण करना।
- (ई) अपने विभिन्न पाठ्यक्रमों में विद्यार्थियों की परीक्षा लेना तथा उपाधि प्रदान करना।
- (उ) विभिन्न स्तर के पाठ्य पुस्तकें और अनुसंधान पुस्तकें तैयार करना और प्रकाशित करना।
- (ऊ) संस्थान के उद्देश्यों के अनुरूप आवश्यकतानुसार पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन करना।
- (ए) संस्थान की प्रकृति एवं उद्देश्यों के अनुरूप अन्य उन संस्थाओं के साथ जुड़ना या सदस्यता ग्रहण करना या सहयोग करना या सम्मिलित होना, जिनके उद्देश्य संस्थान के उद्देश्यों से मिलते-जुलते हों।
- (ऐ) समय-समय पर नियमानुसार अध्येतावृत्ति (फैलोशिप), छात्रवृत्ति और पुरस्कार, सम्मान पदक की समीक्षा कर हिंदी से संबंधित कार्यों को प्रोत्साहित करना आदि।