पदमा सचदेव
सुश्री पदमा सचदेव का जन्म 1940 में हुआ। सुश्री पदमा सचदेव समकालीन भारतीय साहित्य की शीर्षस्थ कवयित्री और गद्य लेखिका के रूप में जानी जाती हैं। मूलत: डोगरी भाषी पदमा जी ने हिंदी में प्रचुर मात्रा में सृजन कार्य किया है। हिंदी में इनके अनेक निबंध, उपन्यास, यात्रा-वृतांत और साक्षात्कार के साथ-साथ दर्जन भर से अधिक कविता संग्रह प्रकाशित हैं। पदमा जी की कविताएँ अपने अंदर लोक जीवन की सुगंध समेटे हुए हैं। समसामयिक ज्वलंत मुद्दों और स्त्रियों की समस्याओं पर पत्र-पत्रिकाओं में नियमित लेखन करती हैं।
सम्मान एवं पुरस्कार
समकालीन भारतीय साहित्य में आपके विशिष्ट रचनात्मक योगदान के लिए आपको पद्मश्री, साहित्य अकादेमी सम्मान, कबीर सम्मान और सोवियत लैंड नेहरू एवार्ड जैसे अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कारों और सम्मानों से अलंकृत किया जा चुका है।
ऐसी सरल-सहज और संवेदनशील काव्य-प्रतिभा की धनी सुश्री पदमा सचदेव को गंगाशरण सिंह पुरस्कार से सम्मानित करते हुए केंद्रीय हिंदी संस्थान अपार हर्ष की अनुभूति कर रहा है।
संपर्क
बी-242, चितरंजन पार्क, प्रथम तल, नई दिल्ली-110019
फोन –
- 09811147654
- 011-26278786
- 011-26273158
जान्हू बरुआ
श्री जान्हू बरुआ का जन्म 17 अक्टूबर, 1952 में हुआ था। भारत के उन फिल्म निर्माताओं में प्रमुखता से शुमार किए जाते हैं जिन्होंने भारतीय सिनेमा को अपनी मौलिक पहचान के साथ अंतर्राष्ट्रीय फलक पर दृढ़ता से स्थापित किया।
कार्यक्षेत्र
श्री जान्हू बरुआ ने अनेक लघु फिल्मों एवं टेलीफिल्मों सहित पंद्रह से अधिक फीचर फिल्मों का लेखन, निर्माण और निर्देशन किया है। ‘अपरूपा’, ‘अपेक्षा’, ‘पापोरी’, ‘मैंने गांधी को नहीं मारा’ आदि भी बरुआ द्वारा लिखित एवं निर्देशित कुछ प्रमुख फिल्में हैं। रचनात्मक सिनेमा के अलावा आपने इसरो और एस.आई.टी.ई. के लिए विज्ञान और शिक्षण से संबंधित अनेक कार्यक्रमों का निर्माण किया है।
श्री बरुआ की फिल्में परंपरागत और तेजी से बदल रहे भारतीय समाज के द्वंद्वात्मक संबंधों को रेखांकित करती हैं। एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में युवाओं, बच्चों, स्त्रियों, वन्य-जीवन, पर्यावरण व ग्रामीण विकास जैसे क्षेत्रों में भी सक्रिय हैं।
सम्मान एवं पुरस्कार
फिल्म निर्माण के क्षेत्र में इनके अतिविशिष्ट रचनात्मक योगदान के लिए पद्मश्री और कमलकुमारी नेशनल एवार्ड फॉर कल्चर सहित अनेक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। सिनेमा की कला को सामाजिक सरोकारों के साथ जोड़ने वाले बेजोड़ फिल्मकार श्री जान्हू बरुआ को गंगाशरण सिंह पुरस्कार से सम्मानित करते हुए केंद्रीय हिंदी संस्थान अपार हर्ष की अनुभूति कर रहा है।
संपर्क
बिल्डिंग सी-3, अपार्टमेंट 2-1 मिलेनियम टावर्स,
सैक्टर-9, संपदा, नवी मुंबई-400705 (महाराष्ट्र)
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फोन –
- 09819162667
- 022-27750347 (आवास)
- 022-24954275 (कार्यालय)
डॉ. एच. बालसुब्रह्मण्यम
डॉ. एच. बालसुब्रह्मण्यम का जन्म 11 अप्रैल, 1932 को हुआ था। डॉ. एच. बालसुब्रह्मण्यम दक्षिण भारत में हिंदी, तमिल और मलयालय भाषाओं के बीच प्रमुख सेतु-निर्माता के रूप में जाने जाते हैं।
कार्यक्षेत्र
स्वतंत्रता आंदोलन के दिनों से हिंदी के प्रचार-प्रसार कार्य से जुड़े डॉ. सुब्रह्मण्यम ने दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के सहयोग से केरल और तमिलनाडु में अनेक हिंदी प्रचारक शिविरों और हिंदी विद्यार्थी मेलों का आयोजन किया साथ ही हिंदी महाविद्यालय की स्थापना करके दक्षिण में हिंदी के विकास को पोषित किया। डॉ. बालसुब्रह्मण्यम ने केंद्रीय हिंदी निदेशालय, दिल्ली में सहायक निदेशक के पद पर आसीन रहते पाठ-निर्माण, वार्तालाप पुस्तिकाओं की रचना एवं अंतरभाषाई कोश-निर्माण के क्षेत्र में अप्रतिम कार्य किया है।
सम्मान एवं पुरस्कार
गृह मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत हिंदी शिक्षण योजना में प्राध्यापक रहते हुए आप ‘उत्कृष्ट अध्यापक पुरस्कार’ से सम्मानित हुए। इसके अतिरिक्त आपकी विशिष्ट हिंदी सेवाओं के लिए साहित्य अकादेमी, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, हिंदी साहित्य सम्मेलन आदि संस्थाओं ने सम्मान प्रदान किया है।
समर्पित हिंदी सेवी डॉ. एच. बालसुब्रह्मण्यम को गंगाशरण सिंह पुरस्कार से सम्मानित करते हुए केंद्रीय हिंदी संस्थान कृतज्ञ का अनुभव कर रहा है।
संपर्क
776, पाकेट-5, मयूर विहार,
फेज-1, दिल्ली-110091
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फोन –
- 9868566763
- 011-22752624
एस.ए. सूर्यनारायण वर्मा
प्रो. एस.ए. सूर्यनारायण वर्मा का जन्म 23 मार्च, 1956 को हुआ था। दक्षिण भारत के जाने-माने हिंदी लेखक और हिंदी सेवी के रूप में विख्यात हें। प्रो. वर्मा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से रिचर्स एसोसिएट और अनुसंधान वैज्ञानिक के रूप में लंबे समय तक जुड़े रहे हैं। इन्होंने आंध्र विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में अध्यापन, अनुसंधान, निर्देशन, शोध परियोजनाओं का संचालन, अनुवाद, राजभाषा प्रचार-प्रसार जैसे अनेक कार्यों में उल्लेखनीय योग दिया है।
कार्यक्षेत्र
अब तक प्रो. वर्मा के 15 समीक्षात्मक और 5 अनूदित ग्रंथों के साथ दर्जनों आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। छायावादी कविता में ‘युग-चेतना, ‘नई कविता की काव्य-संवेदना’, ‘तेलुगु भाषा का इतिहास, ‘लर्निंग हिंदी’ आदि इनके प्रमुख ग्रंथ हैं। तुलनात्मक अध्ययन और अनुसंधान के क्षेत्र में प्रो. वर्मा की उपलब्धियॉं राष्ट्रीय महत्व की हैं। अपने बहुआयामी लेखन के ज़रिए उत्तर और दक्षिण भारत के बीच सांस्कृतिक संवाद को गतिशील बनाने में इनका योगदान हमेशा उल्लेखनीय रहेगा।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी प्रो. वर्मा को गंगाशरण सिंह पुरस्कार से सम्मानित करते हुए केंद्रीय हिंदी संस्थान अपार हर्ष की अनुभूति कर रहा है।
संपर्क
8-44-7, साई सागर अपार्टमेण्ट, ओल्ड सीबीआई रोड,
चिना वाल्टेर, विशाखापट्टनम-530017 (आंध्र प्रदेश)
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फोन –
- 0891-6525208 (आवास)
- 9247606016 (कार्यालय)
गंगाशरण सिंह पुरस्कार से पुरस्कृत विद्वानों की सूची
वर्ष 1989 | |||
क्रम | सम्मानित विद्वान | क्रम | सम्मानित विद्वान |
1. |
श्री मोटूरि सत्यनारायण
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9. |
श्री दत्तात्रेय मिश्र
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2. |
श्री गो. पे. नेने
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10. |
श्री नरसिंह नंद शर्मा
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3. |
श्री गिरिराज किशोर शाह
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11. |
श्री एच. गोकुलानंद शर्मा
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4. |
श्री शंकरराव लोढ़े
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12. |
श्री नरेंद्र अंजरिया
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5. |
श्रीमती मुतुबाई माने
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13. |
श्री जेठालाल जोशी
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6. |
श्री रजनीकांत चक्रवर्ती
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14. |
श्री आंजनेय शर्मा
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7. |
श्री एम. के. वेलायुधन नायर
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15. |
श्री र. शौरिराजन
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8. |
श्री एस. शारंगपाणि
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16. |
श्री लोकनाथ भराली
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वर्ष 1990 | |||
1. |
प्रो. रामलाल पारीख
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3. |
डॉ. ब्रजबिहारी कुमार
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2. |
सुश्री बी. एस. शांताबाई
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4. |
श्री एस. चंद्रमौलि
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वर्ष 1991 | |||
1. |
श्री मधुकर राव चौधरी
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3. |
श्री नवीनचद्रं कलिता
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2. |
श्री केशवन नायर
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4. |
श्री सी. वी. जोसेफ
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वर्ष 1992 | |||
1. |
श्री प्र. द. पुराणिक
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3. |
डॉ. तोम्बी सिंह
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2. |
श्री एम. सुब्रह्मण्यम
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4. |
श्री वे. राधाकृष्णमूर्ति
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वर्ष 1993 | |||
1. |
श्रीमती एम. तंकम्मा मलिक
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3. |
पं. रामकृष्ण नावड़ा
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2. |
श्री हेमाम लीलमणि सिंह
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4. |
श्री कर्तारसिंह दुग्गल
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वर्ष 1994 | |||
1. |
श्रीमती सरस्वती रामनाथ
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3. |
श्री कांतिलाल जोशी
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2. |
डॉ. भीमसेन 'निर्मल'
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4. |
डॉ. तारिणी चरण दास
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वर्ष 1995 | |||
1. |
श्री एस. वि. शिवराम शर्मा
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3. |
प्राचार्य सुमतिलाल मोतीलाल शाह
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2. |
पं. नारायण देव जी
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4. |
पं. राधामोहन शर्मा
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वर्ष 1996 | |||
1. |
श्रीमती राजलक्ष्मी राघवन
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3. |
श्री मि. सुब्बाराव
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2. |
डॉ एम.एस. कृष्णमूर्ति इन्द्रेश
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4. |
श्री बापचंद्र महंत
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वर्ष 1997 | |||
1. |
श्री डी. तंगवेलन
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3. |
श्री माधव वामन पंडित
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2. |
श्री के. हिमाचार्य शर्मा
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4. |
श्री एम. जनार्दनन पिल्लै
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वर्ष 1998 | |||
1. |
श्री डॉ. पी. आर. श्रीनिवास शास्त्री
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3. |
डॉ. शंकर लाल पुरोहित
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2. |
डॉ.पी. आदेश्वर राव
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4. |
डॉ. मोरेश्वर दिनकर पराडकर
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वर्ष 1999 | |||
1. |
प्रो. एस. श्रीकंठमूर्ति
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55 |
प्रो. धर्मपाल सिंहल
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2. |
डॉ. एस. (सुब्रह्मण्यम) वृष्णपीया
|
56 |
प्रो. दारछोना
|
वर्ष 2000 | |||
57 |
डॉ. पी. नारायण
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3. |
श्री एस. नीलवीर शर्मा शास्त्री
|
58 |
श्री बोयपाटि नागेश्वर राव
|
4. |
डॉ. पीतांबर चिमणराव
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वर्ष 2001 | |||
1. |
डॉ. एम.के. भारतीरमणाचार्य
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3. |
श्री बी. चिनैयन
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2. |
स्व. श्री अरिबम घनश्याम शर्मा
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4. |
डॉ मुरलीधर बसीलाल शहा
|
वर्ष 2002 | |||
1. |
श्री कांज वेंकटेश्वर राव
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3. |
श्री मुरलीधर मारुति जगताप
|
2. |
श्री रामन नायर
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4. |
श्री रमेंद्र कुमार पाल
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वर्ष 2003 | |||
1. |
प्रो.आर. जनार्दनन पिल्लै
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3. |
डॉ. पोलि विजयराघव रेड्डी
|
2. |
डॉ. बी. रामसंजीवय्या
|
4. |
डॉ. ए. अहमद हुसैन
|
वर्ष 2004 | |||
1. |
श्री एम. पियोंगतेमजन जामीर
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4. |
डॉ. सत्यपाल श्रीवत्स
|
2. |
प्रो. इबोहल सिंह काङ्जम
|
5. |
श्री मानिक बच्छावत
|
3. |
श्री. मोहनदास सोनू सुर्लकर
|
|
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वर्ष 2005 | |||
1. |
डॉ. आर. वेंकटकृष्णन
|
4. |
स्व. श्री एच. पहलीरा
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2. |
श्री के.एम.सामुअल
|
5. |
श्री नवनीत आर. ठक्कर
|
3. |
श्री फु.गोकुलानंद शर्मा
|
6. |
श्री सुतीक्ष्ण कुमार शर्मा
|
वर्ष 2006 | |||
1. |
प्रो.एम.इकबाल
|
4. |
श्री शशिकांत रघुनाथ जोशी
|
2. |
डॉ. टी.वी.कट्टीमनी
|
5. |
प्रो. विलास सोनू सुर्लकर
|
3. |
प्रो. इंद्रनाथ चौधुरी
|
|
|
वर्ष 2007 | |||
1. |
डॉ. एम. शेषन
|
3. |
प्रो. ज़ोहरा अफ़ज़ल
|
2. |
प्रो. ए. अरविंदाक्षन
|
- | |
वर्ष 2008 | |||
1. | 3. | श्री श्याम बेनेगल | |
2. | 4. | श्री बल्ली सिंह चीमा | |
वर्ष 2009 | |||
1. | 3. | डॉ. दामोदर खडसे | |
2. | 4. | प्रो. चमनलाल सप्रू | |
वर्ष 2010 | |||
1. | श्री आर. एफ़. नीरलकट्टी | 3. | श्री जान्हू बरुआ |
2. | सुश्री पदमा सचदेव | 4. | डॉ. एस. ए. सूर्यनारायण वर्मा |
वर्ष 2011 | |||
1. | डॉ. एच. बालसुब्रमण्यम | 3. | श्री सिजगुरुमयुम कुलचंद्र शर्मा |
2. | प्रो. टी. आर. भट्ट | 4. | श्री रॉबिन दास |